,देश में रेलवे प्रबधन छिनभिन्न है ,,कर्मचारियों की कमी रेलवे दुर्घटनाओ
अव्यस्था का कारण बनी हुई है ,,दूसरी तरफ रेलवे भर्तियों में विज्ञापित
नोकरियो के बाद भी कमी करने पर तुली है ,हाल ही में रेलवे अप्रेंटिस से
जुड़े लोगो का दिल्ली जंतर मंतर पर धरना ऐतिहासिक बन गया ,,,रेलवे मंत्री
खुद भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री रेलवे प्रबंधन को संभाल नहीं पा रहे है
,,दुर्घनाए अधिकतम हो रही है ,रेलवे प्लेटफॉर्म ,,रेलवे कोच में अपराध बढ़
रहे है ,,किराया वृद्धि होने के बावजूद भी सुविधाएं नहीं बढ़ी
है ,,रेलवे प्लेटफॉर्म ,,बेचे जा रहे है ,रेलवे कर्मचारियों की
सेवानिवृत्ति और नयी रेलों के संचालन के बाद भी ,,आवश्कतानुसार रेल्वें
कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हो सकी है ,,सूत्रों ने बताया की ,,रेलवे
में कर्मचारियो की भारी कमी के बावजूद 2015में भर्ती प्रक्रिया जो 18252पदो
की निकाली गयी उसे 14000पदो की कर दी गयी ,इतिहास में पहली बार भर्ती के
बीच में 4252पद कम कर दिये गये ,भर्ती प्रक्रिया अभी ढाई बर्षो में पूरी भी
नही हो पायी है ,ये आपकें प्रभु की विचारधारा है ,बहुत सें प्रतियोगी
छात्र किस्मत को कोस रहे है ,किन्तु ये सरासर प्रतिभावों की हत्या है
रेल सरक्षा में लगे बहुत से रेलकर्मियों की ड्यूटी इस प्रकार की हे कि कई-कई दिन अपने बीवी-बच्चों से मिलने तक नहीं जा सकते।पीने के लिये इन्हें स्वच्छ पानी तक उपलव्ध नही है।रेल मंत्री और उनका स्टॉफ कमीशन बटोरने और सोशल मीडिया पर मंत्री जी की छवि चमकाने में लगा है।जबकि रेल सुविधाओं और सरक्षा में सुधार हेतु रेल मंत्री महोदय और उनकी टीम के पास में समय नही है,,रेलवे मंत्रालय ,,प्रधानमंत्री कार्यालय पूरी सरकार को ईश्वर सद्बुद्धि दे ,,जो सरकार रेलवे में रोज़गार के अवसर कम करने की जगह रोज़गार के अवसर भी बढाए ,,आमदनी भी बढाए और कुशल प्रंबधन सुविधाओं के साथ सीमित खर्च ,,,सीमित किराए पर यात्रियों के लिए ,,माल लदान के लिए रेलगाड़ी ,,मालगाड़ी चलाये ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
रेल सरक्षा में लगे बहुत से रेलकर्मियों की ड्यूटी इस प्रकार की हे कि कई-कई दिन अपने बीवी-बच्चों से मिलने तक नहीं जा सकते।पीने के लिये इन्हें स्वच्छ पानी तक उपलव्ध नही है।रेल मंत्री और उनका स्टॉफ कमीशन बटोरने और सोशल मीडिया पर मंत्री जी की छवि चमकाने में लगा है।जबकि रेल सुविधाओं और सरक्षा में सुधार हेतु रेल मंत्री महोदय और उनकी टीम के पास में समय नही है,,रेलवे मंत्रालय ,,प्रधानमंत्री कार्यालय पूरी सरकार को ईश्वर सद्बुद्धि दे ,,जो सरकार रेलवे में रोज़गार के अवसर कम करने की जगह रोज़गार के अवसर भी बढाए ,,आमदनी भी बढाए और कुशल प्रंबधन सुविधाओं के साथ सीमित खर्च ,,,सीमित किराए पर यात्रियों के लिए ,,माल लदान के लिए रेलगाड़ी ,,मालगाड़ी चलाये ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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