फिज़ाओ में
खुशबु ,,
क्यों घुली है ,,
हवाओं में
ठंडक क्यों हुई है
यह सूरज
बादल की ओट में
क्यों छुपा है ,,
यह चिड़िये
क्यों चहचहा रही है ,,,,
देखो शायद
मेरी मोहब्बत
मेरी जान ,,
आ रही है ,,,अख्तर
खुशबु ,,
क्यों घुली है ,,
हवाओं में
ठंडक क्यों हुई है
यह सूरज
बादल की ओट में
क्यों छुपा है ,,
यह चिड़िये
क्यों चहचहा रही है ,,,,
देखो शायद
मेरी मोहब्बत
मेरी जान ,,
आ रही है ,,,अख्तर
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